Hindustan Daily News Wrap

बांग्लादेश दे रहा पाकिस्तान से अच्छे संबंधों पर जोर, 1971 का युद्ध भी भूलने को तैयार | सुबह की खबरें

Episode Summary

बांग्लादेश दे रहा पाकिस्तान से अच्छे संबंधों पर जोर, 1971 का युद्ध भी भूलने को तैयार, अयोध्या से प्रयागराज के लिए बनेगा एक्सप्रेस-वे, परिक्रमा स्थल से प्रतापगढ़ तक होगा निर्माण, MCD वार्ड समिति चुनाव में BJP का परचम, इन तीन जो में हुई क्रॉस वोटिंग; जानिए कौन किस पर पड़ा भारी, शान मसूद ने शाहीन अफरीदी और जेसन गिलेस्पी संग तकरार पर तोड़ी चुप्पी, बताई वायरल वीडियो के पीछे की सच्चाई, ₹20000 करोड़ का कर्ज चुकाने के बाद भी शेयर मार्केट से दूर क्यों रहना चाहती है टाटा संस

Episode Transcription

बांग्लादेश दे रहा पाकिस्तान से अच्छे संबंधों पर जोर, 1971 का युद्ध भी भूलने को तैयार

बांग्लादेश की नई अंतरिम सरकार अब पाकिस्तान के साथ रिश्ते मजबूत करने पर जोर दे रही है। हाल ही में अंतरिम सरकार में शामिल मंत्री ने कहा कि बांग्लादेश चाहता है कि पाकिस्तान के साथ 1971 युद्ध के मुद्दे को सुलझाया जाए। खास बात है कि 1971 के युद्ध के बाद ही बांग्लादेश का जन्म हुआ था। अंतरिम मंत्री की तरफ से बयान ऐसे समय पर सामने आया है, जब मोहम्मद यूनुस की अगुवाई वाली सरकार के कई बड़े सदस्यों ने पाकिस्तान के बांग्लादेश में उच्चायुक्त सैयद अहमद मारूफ से मुलाकात की हैं। ढाका में पाकिस्तानी अधिकारी से बातचीत के दौरान अंतरिम मंत्री नाहिद इस्लाम ने दोनों देशों के बीच मजबूत संबंध और 1971 के प्रश्न को सुलझाने की बात कही। हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, नाहिद के दफ्तर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि मारूफ ने कहा कि पाकिस्तान 1971 के सवाल को सुलझाना चाहता है। मारूफ का कहना था, 'पिछली सरकार ने हमें चर्चा का कोई मौका नहीं दिया और 1971 के मुद्दे को जीवित रखा।'

अयोध्या से प्रयागराज के लिए बनेगा एक्सप्रेस-वे, परिक्रमा स्थल से प्रतापगढ़ तक होगा निर्माण

अयोध्या-प्रयागराज हाईवे की बाईं तरफ राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग फोरलेन की जगह अब एक्सप्रेस-वे का निर्माण कराने जा रहा है। इस 90 किलोमीटर के एक्सप्रेस- के निर्माण में कुल 5000 करोड़ रुपए की धनराशि खर्च होगी। इसमें एक्सप्रेस-वे निर्माण के साथ किसानों के भूमि अधिग्रहण के मुआवजे को भी शामिल किया गया है। निर्माण कार्य की शुरुआत से तीन साल में परियोजना को पूरा किया जाना है। राष्ट्रीय राजमार्ग एवं सड़क परिवहन मंत्रालय ने अयोध्या-प्रयागराज हाईवे को अब फोरलेन में तब्दील करने के बजाय नए सिरे एक्सप्रेस-वे का निर्माण कराने की योजना बनाई है। योजना के तहत अब तक पहले हाईवे को फोरलेन में तब्दील कराया जाना था।

MCD वार्ड समिति चुनाव में BJP का परचम, इन तीन जो में हुई क्रॉस वोटिंग; जानिए कौन किस पर पड़ा भारी

एमसीडी के 12 जोन की वार्ड समिति के चुनाव बुधवार को संपन्न हो गए। इसके साथ ही नगर निगम के इस महत्वपूर्ण निकाय में भाजपा का पलड़ा भारी हो गया है। निगम में आम आदमी पार्टी का कब्जा है। ऐसे में वार्ड जोन में भाजपा की जीत दर्शाती है कि चुनाव में पार्षदों ने जमकर क्रॉस वोटिंग की है। दरअसल, हर वार्ड समिति से एक सदस्य स्थायी समिति के लिए चुना जाता है। अब स्थायी समिति के तहत भाजपा के पास नौ सदस्य हो चुके हैं, जबकि आम आदमी पार्टी के पास आठ सदस्य हैं। स्थायी समिति निगम की सबसे ताकतवर संवैधानिक निकाय है। इसमें सभी बड़े और महत्वपूर्ण फैसलों पर चर्चा करते हुए उसके लिए फंड जारी किया जाता है। अब इसके अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की दौड़ में भाजपा को बढ़त मिल गई है। इन दोनों पदों के लिए अक्तूबर में चुनाव हो सकता है।

शान मसूद ने शाहीन अफरीदी और जेसन गिलेस्पी संग तकरार पर तोड़ी चुप्पी, बताई वायरल वीडियो के पीछे की सच्चाई

बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मिली शर्मनाक हार के बीच पाकिस्तान के कप्तान शान मसूद की जमकर आलोचना हुई। यह आलोचना उनके मैच के दौरान लिए गए फैसलों के साथ-साथ साथी खिलाड़ियों और कोच के साथ की गई हरकतों के लिए भी हुई। दरअसल, इस सीरीज के दौरान शान मसूद के दो वीडियो वायरल हुए। पहले वीडिये में देखने को मिला की शान मसूद टीम हर्डल में तेज गेंदबाज शाहीन अफरीदी के कंधे पर हाथ रखे हुए हैं और कुछ सेकंड बाद अफरीदी ने उनका हाथ अपने कंथे से हटा दिया। इस वीडियो के वायरल होने के बाद दोनों खिलाड़ियों के बीच मनमोटाव की खबरें आने लगी। फैंस यह कहने लगे कि दोनों खिलाड़ियों के बीच कुछ अच्छा नहीं चल रहा है। इसके अलावा एक और वीडियो सामने आया जिसमें पाकिस्तान के कप्तान शान मसूद ड्रेसिंग रूम में कोच जेसन गिलेस्पी पर चिल्लाते हुए नजर आ रहे हैं। अब इन दोनों घटनाओं पर शान मसूद ने सफाई दी है।

₹20000 करोड़ का कर्ज चुकाने के बाद भी शेयर मार्केट से दूर क्यों रहना चाहती है टाटा संस

410 अरब डॉलर के टाटा ग्रुप की होल्डिंग इकाई टाटा संस ने रणनीतिक कदम के तहत 20,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज चुकाने के बाद हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को अपना रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट स्वेच्छा से सौंपने की मांग की, जिससे वह एक नॉन-लिस्टेड कंपनी बनी रह सके। कंपनी ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि उसने अपने नए और मौजूदा बिजनेस में पूंजी की आवश्यकता, ग्रोथ और बैलेंस शीट को कम करने के आधार पर निवेश किया है। टाटा संस के लिस्टेड निवेशों की मार्केट वैल्यू वित्त वर्ष 24 में 35.7% बढ़कर 15.21 लाख करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले वर्ष यह 11.21 लाख करोड़ रुपये था।